धरà¥à¤®à¤¶à¤¾à¤²à¤¾ : बौदà¥à¤§ धरà¥à¤®à¤¾à¤µà¤²à¤‚बियों के पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ तीरà¥à¤¥à¤¸à¥à¤¥à¤² बोधगया में विशà¥à¤µ को पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• आपदाओं से बचाने और विशà¥à¤µ शांति के लिठ ‘कागà¥à¤¯à¥‚ मोनलम पूजा’ शà¥à¤°à¥‚ की गई। यह अनà¥à¤·à¥à¤ ान तीन जनवरी तक चलेगा।
महाबोधि मंदिर परिसर में आयोजित इस पूजा का नेतृतà¥à¤µ 17वें करमापा थाये तà¥à¤°à¤¿à¤¨à¤²à¥‡ दोरजी कर रहे हैं, जिसमें नेपाल, à¤à¥‚टान, तिबà¥à¤¬à¤¤, à¤à¤¾à¤°à¤¤, सà¥à¤ªà¥‡à¤¨ और पोलैंड सहित कई देशों के लामा, à¤à¤¿à¤•à¥à¤·à¥ और à¤à¤¿à¤•à¥à¤·à¥à¤£à¥€ à¤à¤¾à¤— ले रहे हैं।
पूजा के पहले दिन तिबà¥à¤¬à¤¤à¥€ तांतà¥à¤°à¤¿à¤• गà¥à¤°à¤‚थ मंजू शà¥à¤°à¥€ का पाठकिया गया। गौरतलब है कि मंजू शà¥à¤°à¥€ में à¤à¤¶à¥à¤µà¤°à¥à¤¯, सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯, और मनोरथ पूरà¥à¤¤à¤¿ से समà¥à¤¬à¤‚धित मंतà¥à¤°à¥‹à¤‚ का संकलन है।
पूजा आयोजन समिति के सचिव टी़ खंपा ने मंगलवार को बताया कि इस पूजा में विशà¥à¤µ के 40 देशों के शà¥à¤°à¤¦à¥à¤˜à¤¾à¤²à¥ और लामा पहà¥à¤‚चे हैं। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बताया कि 30 दिसमà¥à¤¬à¤° को कागà¥à¤¯à¥‚ पंथ के नौ सौ वरà¥à¤· पूरे होने के मौके पर विशेष समारोह का आयोजन किया गया है।
इस अनà¥à¤·à¥à¤ ान में मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ नीतीश कà¥à¤®à¤¾à¤° तथा राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² देवानंद कà¥à¤‚वर के à¤à¥€ à¤à¤¾à¤— लेने की संà¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ है।
खंपा ने बताया कि पूजा के पहले दिन विशà¥à¤µ को पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• आपदाओं से बचाने के लिठकरमापा दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ महाकाल की à¤à¥€ पूजा की गई। पूजा आयोजन सà¥à¤¥à¤² पर सैकड़ों तोरमा सजा कर रखा गया हैं जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पूजा के अंतिम दिन पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ सà¥à¤µà¤°à¥‚प बांटा जाà¤à¤—ा।
Munish Dixit writes from Baijnath, Kangra district.